दोस्तों आप सभी लोगों ने KYC का नाम तो सुना ही होगा ! क्योंकि आजकल सभी लोगों को अपने बैंक अकाउंट की KYC कर आई होगी ! तो वहां पर आपको यह नाम सुनने के लिए जरूर मिला हुआ ! लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर KYC क्या होती है ! KYC Full Form In Hindi क्या है।
आज के समय में KYC कराना बहुत जरूरी हो गया है ! आप लोग देखते होंगे कि हर किसी बैंक या फाइनेंस डिपार्टमेंट में केवाईसी जरूर करवाई जाती है। इससे आपका वेरिफिकेशन हो जाता है ! जिससे आपका पता वह पहचान होती है।
कुछ लोग तो जो अनपढ़ होते हैं ! जिनको कुछ भी मालूम नहीं होता है ! वह लोग केवाईसी नहीं कराते हैं ! उनका मानना होता है कि केवाईसी करवाने से हमारी सारी डिटेल दूसरों के पास चली जाएगी ! और हमारे जो बैंक के खाते हैं उसमें से पैसा भी उड़ सकता है ! जिसकी वजह से वह लोग केवाईसी बिल्कुल नहीं कराना चाहते थे।
लेकिन जब हर जगह की वैसी होनी बहुत जरूरी हो गए ! और अगर आप यहां पर केवाईसी नहीं करवाते हैं तो यहां पर आपके अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाता था। जिसकी वजह से सभी लोगों को अपनी केवाईसी करवानी पड़ गई।
अब आपको समझ में आ रहा होगा ! कि आखिर यह केवाईसी कितनी जरूरी होती है। तो अब हम नीचे जानेंगे कि आखिर KYC के क्या-क्या फायदे होते हैं ! कैसे हम KYC को करवाते हैं और KYC Full Form In Hindi क्या होती है जब आप यह सारी चीजें जान जाएंगे। फिर आप भी लोगों से पूछ सकते हैं कि KYC Full Form In Hindi क्या होता है।
KYC क्या होती हैं: KYC Full Form In Hindi
भारत में केवाईसी की शुरुआत 2002 में रिजर्व बैंक के द्वारा हुई थी ! और फिर 2004 में सभी बैंकों ने अपने खाता धारकों की केवाईसी करना बहुत जरूरी कर दिया था। मतलब अगर आपका बैंक अकाउंट है तो आपको कि वैसे कराना बहुत जरूरी है।
आप सभी लोगों के मन में यह सवाल आ रहा हुआ कि आखरी केवाईसी को लाया ही क्यों गया ! तो यहां पर हम आपको बता दें कि केवाईसी को लाने का जो मुख्य कारण था। वह था मनी लॉन्ड्रिंग बहुत से लोग यहां पर गैरकानूनी गतिविधियां कर देते धोखाधड़ी करते थे ! जिस को रोकने के लिए केवाईसी को लाया गया है। अब किसी की पूरी जानकारी व पहचान को वेरीफाई किया जाता था ! जिसके बाद यहां पर धोखाधड़ी जैसे चीजों को कम कर दिया गया।
जब भी आप एक बार की बाई थी अपनी बैंक में करवा लेते हैं ! उसके बाद फिर आपको यहां पर दोबारा की वैसे कराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं होती है। लेकिन अगर बैंक चाहे तो आपसे आपके डॉक्यूमेंट को दोबारा से मांग सकती है। वेरीफाई करने के लिए तो अब आपको समझ में आ गया होगा ! अगर आप एक बार केवाईसी करा लेते हैं तो उसके बाद आपको यहां पर छुट्टी मिल जाती हैं।
KYC Full Form In Hindi क्या है
हम लोगों ने ऊपर की केवाईसी के बारे में तो जान लिया ! कि आखिर यह केवाईसी क्या है और क्यों होती है ! लेकिन क्या आपको यहां पर KYC Full Form In Hindi नहीं पता होगा आप लोग सिर्फ बोल देते हुए कि आपने अपना KYC कराई है ! या नहीं लेकिन आपको KYC का ही FULL FORM नहीं पता होता है। तो Know Your Customer ही KYC Full Form होता है।
केवाईसी के कितने प्रकार होते है
आप लोगों को थोड़ा सा जानकर अजीब लगेगा कि केवाईसी के भी प्रकार होते हैं ! वैसे तो हम ज्यादा लोगों से सुनते हैं कि केवाईसी हुई है या नहीं आपको नहीं लगता होगा ! कि केवाईसी के भी प्रकार होते होंगे लेकिन यहां पर केवाईसी के दो प्रकार होते हैं। जिसके बारे में नीचे हम आपको बताते है।
1. EKYC
e-kyc काफी बेहतर KYC है इसके अंदर आपको कहीं पर भी जाने की जरूरत नहीं होती है ! यहां पर KYC का जो FULL FORM होता है वह Electronic Know Your Customer होता है। इसमें आपकी जो KYC होती है ! वह ऑनलाइन ही आपके डॉक्यूमेंट को अपलोड करके हो जाती है ! बस आपको अपनी डिटेल को भरना होता है उसके बाद ऑनलाइन कुछ ही मिनटों में आपका केवाईसी पूरा हो जाता है।
ईकेवाईसी ज्यादातर फोन पर पेटीएम जैसे एप्लीकेशन पर होती है ! यहां पर आपकी जबकि वाईसी की जाती है। तो आपको यहां पर अपना आधार कार्ड एड्रेस प्रूफ के तौर पर कोई भी डॉक्यूमेंट देना होता है ! उसके बाद यहां पर आपकी केवाईसी होती है वह पूरी कर दी जाती है !
2. CKYC
सीकेवाईसी ज्यादातर बैंकों के लिए होती है ! यहां पर आपको बैंक में जाना होता है और अपने डॉक्यूमेंट को दिखाना होता है ! साथ में आशा की उंगलियां भी स्कैन की जाती है जिसके बाद ही यहां पर आपकी केवाईसी पूरी हो पाती है ! अगर हम यहां पर यह केवाईसी की बात करें ! तो इसका FULL FORM होता है Central Know Your Customer.
तो दोस्तों अब आप सभी लोगों को यहां पर समझ में आ रहा होगा ! कि केवाईसी क्या होती है इसके कितने प्रकार होते हैं और यह किस तरीके से काम करती है ! सारी चीजों के बारे में यहां पर आपको पता चल रहा होगा।
KYC करवाने के लिए क्या जरुरी डॉक्यूमेंट चाहिए
अगर आप भी अपनी बैंक की केवाईसी कराने की सोच रहे हैं ! और आप बैंक में जाना चाहते हैं तो आपको कौन कौन से डॉक्यूमेंट ले जाना जरूरी है ! वह भी आपको जाना चाहिए। क्योंकि आप अगर आप यहां पर फालतू डॉक्यूमेंट ले जाते हैं जो कि वहां पर बिल्कुल नहीं मांगे जाते हैं ! तो आपको वहां पर दिक्कत हो सकती है। तो नीचे हम आपको बताएंगे कि बैंक में केवाईसी कराने के लिए ! आपको कौन कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है।
- Aadhaar Card
- Voter Identity Card
- Pan Card
- Passport
- Narega Card
- Driving Licence
जो भी हमने आपको ऊपर डॉक्यूमेंट बताए हैं ! उन डॉक्यूमेंट में अगर आप का एड्रेस है तो वह एड्रेस प्रूफ के लिए भी माना जा सकता है। लेकिन अगर आप ऊपर बताए हुए डॉक्यूमेंट में से कोई ऐसी चीज ले जाते हैं ! जहां पर आप का एड्रेस नहीं है। तो नीचे हम आपको एड्रेस प्रूफ के लिए कुछ डॉक्यूमेंट बता रहे हैं ! जिनको जरूर ले जाना है क्योंकि इसके बिना आप का केवाईसी बिल्कुल नहीं हो सकता है।
- बिजली का बिल
- फ़ोन का बिल
- गैस का बिल
- पासपोर्ट
- राशन कार्ड
- बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
- Bank मेनेजर के हस्ताक्षर के साथ लैटर जिस मे आपका Adress हो।
KYC verification में कितना समय लगता हैं?
कभी कभी बहुत सारे लोग अपनी kyc को तो करा लेते है ! लेकिन उनकी kyc तुरंत नहीं हो पाती है जिसकी वजह से लोग परेशान भी हो जाते है। लेकिन कुछ लोगो की kyc जल्दी भी हो जाती है। तो आपके मन में अब सवाल आ रहा होगा कि आखिर कितना वक़्त लगता है ! kyc को पूरा करने में तो हम आपको बता दे कि 7 दिन तक का ज्यादा से ज्यादा वक़्त लगता है ! उससे पहले ही kyc हो जाती है।
अब आपको बिल्कुल भी दिक्कत लेने की जरूरत नहीं है ! अगर आपकी वाइफ से करवाने जाते हैं तो आपका थोड़ा सा वक्त लगता है तो आप समझ जाइए कि आपका थोड़े टाइम बाद आपकी केवाईसी पूरी हो जाएगी।
KYC करवाना क्यो जरुरी हैं?
किसी भी बैंक को आखिर केवाईसी क्यों करवानी पड़ती है ! आखिर क्या फायदे होते की वैसी कराने के बाद यह चीज आपके मन में जरूर आती होगी ! तो यहां पर दोस्तों की वैसी कराना बैंक के लिए काफी जरूरी होता है। क्योंकि इससे उनको सुनिश्चित जानकारी मिल जाती है आपके बारे में कि आपकी जो भी जानकारी दी गई है ! वह बिल्कुल सही या फिर गलत है।
कई बार बैंकों के साथ धोखाधड़ी हो जाती है ! जिसकी वजह से बैंकों को केवाईसी करवानी पड़ जाती है जब आपकी यहां पर की केवाईसी हो जाती है ! तब बैंक को आपके बारे में सारी चीजें पता चल जाती है। जिससे एक ट्रस्ट बनता है और बैंक व खातेदार के बीच में सारी चीजें बिल्कुल साफ रहती हैं।
अगर आपका खाता अब किसी भी बैंक में और आपने अभी तक केवाईसी बिल्कुल नहीं कराई है ! आपका खाता आप खुद ही यूज़ नहीं कर सकते हैं ना है आप उसमें से पैसा डाल व निकाल सकते है। जिससे आपको काफी ज्यादा दिक्कत है होने वाली है। अगर आप म्युचुअल फंड इन्वेस्ट करते हैं तो वह भी आप नहीं कर सकते हैं ! जब तक आपकी की वैसी पूरी नहीं हो सकती तब तक आप यहां पर कुछ भी चीज नहीं कर सकते हैं। जब आप अपना केवाईसी करा लेंगे उसके बाद आप यहां पर केवाईसी कर सकते हैं।
अगर आप म्यूचुअल फंड के साथ काम करते हैं ! तो आपको केवाईसी तो बहुत जरूरी ही करवानी होगी ! क्योंकि अगर आपका म्यूच्यूअल फंड वाले अकाउंट में केवाईसी नहीं होगी तो वहां पर आप बिल्कुल भी काम नहीं कर सकते। आप का ही वहां पर नुकसान होने वाला है ! बाद में आपको वहां पर की वैसी करवाने ही पड़ेगी तो इससे अच्छा आप यहां पर पहले से ही अपनी केवाईसी पूरी करवा ले।
KYC कैसे कराई जाती है
तो अगर आपने भी अभी तक अपनी बैंक में केवाईसी नहीं कराई है ! और अब आप केवाईसी कराने का सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले जिस बैंक में आपका अकाउंट है उसे बैंक में जाना होगा ! वहां पर अपने सारे डॉक्यूमेंट को ले जाना होता है उसके बाद मैं आपके उंगली स्कैन किया जाता है ! जिसके बाद आपकी पूरी तरह से केवाईसी हो जाती है।
कुछ और भी जगह होती है जहां पर हमें की वैसी करनी होती है ! उसके लिए आपको आधार कार्ड और अपना कोई भी एक एड्रेस प्रूफ ले जाना होता है ! और जमा करना होता है। अगर आप अपनी केवाईसी ऑनलाइन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सिर्फ अपने डॉक्यूमेंट को अपलोड करना होता है ! अपना आधार नंबर डालना होता है उसके बाद ऑनलाइन आपकी केवाईसी हो जाती है।
Conclusion
तो दोस्तों आज हमने आपको बताया कि KYC क्या होती है ! और KYC Full Form In Hindi क्या है ! बहुत सारे लोगों को केवाईसी के बारे में बिल्कु ल नहीं पता था ! वह इसके असली रूप से अनजान थे। कुछ जो लोग नहीं जानते हैं जो अनपढ़ होते उन लोगों ने यहां पर इसकी गलत खबर फैला रखी थी। जिसकी वजह से लोग केवाईसी नहीं करवा रहे थे।
लेकिन आर्टिकल में सारी चीजें बताइए जिससे आपको किसी के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल चुकी होगी।